bharat ke parvat । भारत के पर्वत व उनकी विशेषताएँ

इस अध्याय में bharat ke parvat के बारे में विस्तृत चर्चा करेंगे, जिनसे सम्बन्धित प्रश्न विभिन्न एक दिवसीय व अन्य विभागीय परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। हमे उम्मीद है कि यह अध्याय आपके ज्ञानवर्धन में काफी सहायक होगा।

इस समय टापिक से MP POLICE, UP POLICE, RAYLWAY, LEKHPAL, UPSSSC, ARMY, SSC GD आदि प्रत्येक परीक्षा में एक प्रश्न तो पूछा ही जाता  है। आपके लिए भारत के पर्वत वाले टापिक के चुनिंदा प्रश्न व उनके उत्तर नीचे संकलित किये गये हैं। इन्हें कंठष्थ कर इनका लाभ उठाइये।

भारत के पर्वत (bharat ke parvat)

अरावली पर्वत  

अरावली पर्वत एक प्राचीन वलित पर्वत है। अरावली पर्वत श्रेणी दिल्ली हरियाणा राजस्थान व गुजरात में फैली हुई है। यह पर्वत श्रृंखला दिल्ली की राय सिंह हिल से गुजरात के पालनपुर तक 692 किलोमीटर तक फैली हुई है।

अरावली पर्वत श्रृंखला का अधिकतम हिस्सा राजस्थान में है जो 550 किलोमीटर तक फैला हुआ है। और इसकी औसतन ऊंचाई 930 मीटर है। गुरु शिखर, राजस्थान की सबसे ऊंची चोटी है। जो माउंट आबू में स्थित है। जिसकी अधिकतम ऊंचाई 1722 मीटर है।

अरावली पर्वत में तांबा जस्ता सोना चांदी और लौह अयस्क आदि आदि जैसे अनेक खनिज पदार्थ पाए जाते हैं। अरावली पर्वत श्रेणी के पश्चिम में राजस्थान का थार रेगिस्तान स्थित है जहां पर बरसात, इस श्रेणी के पूर्वी से की तुलना में बहुत कम होती है।

 विंध्याचल श्रेणी  

Bharat Ke Parvat में विंध्याचल एक ऐसा पर्वत है जो चूना पत्थर से निर्मित है। विंध्याचल पर्वत श्रेणी उत्तरी भारत और दक्षिणी भारत को दो भागों में विभाजित करती है। विंध्याचल पर्वत श्रेणी गुजरात से छोटा नागपुर के पत्थर तक लगभग 1050 किलोमीटर तक फैली हुई है। मध्य प्रदेश और गुजरात में फैली हुई है।

वह नर्मदा नदी के उत्तर में फैली है। इस पर्वत श्रेणी की सबसे ऊंची चोटी सद्भावना जो करीब 752 मीटर ऊंची है। विंध्याचल पर्वत श्रेणी में हीरे के लिए सुप्रसिद्ध खान पन्ना है, जो मध्य प्रदेश में स्थित स्थित है। विंध्याचल पर्वत श्रेणी में निम्नलिखित पहाड़ियां शामिल है—पारसनाथ, कैमूर, भारनेर

सतपुड़ा पर्वत श्रेणी

यह पर्वत श्रेणी एक खंड पर्वत का उदाहरण है जिसका निर्माण बालू पत्थर से हुआ है। जो मुख्य रूप से मध्य प्रदेश और गुजरात में विभिन्न पहाड़ियों के रूप में फैली हुई है। इस पर्वत श्रेणी की औसतन ऊंचाई 760 मीटर है जो करीब 900 किलोमीटर की दूरी तक फैली हुई।

यह पहाड़ियां ताप्ती नदी के उत्तर में ताप्ती नदी के उत्तर में और नर्मदा नदी घाटी के दक्षिण में फैली हुई है अर्थात नर्मदा और ताप्ती नदी के बीच में फैली हुई हैं। सतपुड़ा पर्वत श्रेणी की सबसे ऊंची चोटी धूपगढ़ है जिसकी ऊंचाई 1350 मीटर है। अमरकंटक, मैं कल पहाड़ियों की सबसे ऊंची चोटी है।

इसी चोटी से सोन और नर्मदा नदी का उद्गम होता है। बैतूल का पठार, महादेव पहाड़ियों के दक्षिण में स्थित है, जहां से ताप्ती नदी निकलती है। सतपुड़ा पर्वत श्रेणी में निम्न पहाड़ियां पाई जाती है—-मैकाल पर्वत, गाविलगढ़, महादेव, राजपीपला आदि।

पश्चिमी घाट

पश्चिमी घाट भारत में गुजरात की तापी नदी से लेकर कन्याकुमारी तक अरब सागर के तट पर करीब 1600 किलोमीटर तक फैला हुआ है। इसकी औसतन ऊंचाई 1200 मीटर है जिसे सह्याद्री पर्वत भी कहा जाता है।

पश्चिमी घाट का पश्चिमी ढाल तेज है और पूर्वी दल मंद है। इस पर्वत पर दक्षिण पश्चिम मानसून हवाओं द्वारा काफी वर्षा होती है इसलिए यहां पर उसने उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन पाए जाते हैं।

पश्चिमी घाट की ऊंचाई ज्यादा होने के कारण पूरब की तरफ दृष्टि छाया के कारण बरसात बहुत कम होती है। पश्चिमी घाट पर्वत श्रेणी में जैव विविधता अधिक पाई जाती है जिस कारण एक पश्चिमी घाट को भी विश्व के 36 हॉटस्पॉट में शामिल किया गया है।

पश्चिमी घाट को तीन अलग-अलग भागों में विभाजित किया गया है—–उत्तरी सहयाद्री मध्य सहयाद्री दक्षिणी सहयाद्री उत्तरी सहयाद्री,,,,

  उत्तरी सहयाद्री,

महाराष्ट्र में तापी नदी से 16 डिग्री उत्तरी अक्षांश के बीच में स्थित है। गोदावरी नदी का उद्गम स्थल कलसूबाई चोटी है जो उत्तरी सहयाद्री की सबसे ऊंची चोटी है और महाबलेश्वर छोटी से कृष्णा नदी का उद्गम होता है। उत्तरी सहयाद्री पर्वत की दूसरी सबसे ऊंची चोटी सलेहर है।

  मध्य सहयाद्री

यह पर्वत श्रेणी 16 डिग्री उत्तरी अक्षांश से नीलगिरी पहाड़ियों के बीच पाई जाती है। इसका विस्तार मुख्य रूप से गोवा और कर्नाटक राज्य में है।

यहां की सबसे ऊंची चोटी का नाम कुद्रेमुख है जहां लौह अयस्क के भंडार काफी मात्रा में पाया जाता है। यहीं पर बाबा बुदन की पहाड़ियां भी स्थित है जो कॉफी उत्पादन के लिए बहुत प्रसिद्ध हैं।

  दक्षिणी सहयाद्री

यह पर्वत श्रेणी नीलगिरी पहाड़ियों से लेकर कन्याकुमारी के मध्य में फैली हुई हैं। यह मुख्यतः केरल राज्य में पाई जाती हैं। यहां तीन प्रमुख पहाड़ियां स्थित है जो निम्नवत हैं —

  अन्नामलाई की पहाड़ियां

इन पहाड़ियों की सबसे ऊंची चोटी अनाईमुडी है जिसकी ऊंचाई 2695 मीटर है। यह दक्षिण भारत की सबसे ऊंची चोटी है।

  इलायची की पहाड़ियां

यह पहाड़ियां मुख्यतः मसाले और इलायची के लिए प्रसिद्ध है। इन पहाड़ियों की सबसे ऊंची चोटी अगस्तमलाई (बायोस्फीयर रिजर्व) है।

  पलानी हिल्स

पलानी हिल्स तमिलनाडु में स्थित है। यहां का प्रसिद्ध हिल स्टेशन कोडाईकनाल है।

bharat ke parvat । भारत के पर्वत व उनकी विशेषताएँ

  पूर्वी घाट

यह पर्वत श्रेणियां महानदी डेल्टा से नीलगिरी की पहाड़ियों के बीच फैली हुई है जिनकी लंबाई करीब 800 किलोमीटर है। यह एक वलित पर्वत है।

इसकी औसतन ऊंचाई 600 मीटर है। महानदी से गोदावरी नदी तक क्रमशः पर्वतों का विस्तार है लेकिन इसके बाद यह पर्वत नदियों के पानी से अपर्दित हो गए हैं।

पूर्वी घाट की सबसे ऊंची चोटी आरामकोंडा है जो आंध्र प्रदेश में स्थित है जिसकी ऊंचाई 180 मी है। इसके अलावा महेंद्र गिरी और जिंदगठा काली चोटिया पाई जाती है। इन पर्वत श्रेणियां में अनेक पहाड़ियां शामिल है जैसे-नामामल्ला, वेलिकोंडा, शेषलम, शिवराय,ऐरामल्ला आदि

भारत के प्रमुख पर्वतों (bharat ke parvat) की चोटियों की लिस्ट

 

पर्वत चोटी का नाम ऊंचाई ( मीटर में )सम्बन्धित राज्य
के 2 पर्वत चोटी*8611जम्मू कश्मीर
साल्तोरो कांगरी7742जम्मू कश्मीर
मामोस्तोंग7516जम्मू कश्मीर
रिमो7385जम्मू कश्मीर
कंचन जंगा*8586सिक्किम
नंदा देवी*7816उत्तराखंड
कामेट पर्वत7756उत्तराखंड
हरदोल पर्वत7151उत्तराखंड
चौखंबा7138उत्तराखंड
त्रिशूल पर्वत7120उत्तराखंड
पारसनाथ*1370 उत्तराखंड
सैसर कैंगरी7672लद्दाख
कांगतो7060अरूणाचल प्रदेश
रो पुर्ग्यिल6816हिमालचल प्रदेश
सरमती पर्वत3826नागा हिल्स (लागालैंड)
माउंट iso 2994मणिपुर-नागालैंड सीमा
सरमती पर्वत3826नागालैंड
संदक्फू चोटी3636पश्चिम बंगाल
अनाईमुडी*2695केरल
डोडाबेट्टा2637तमिलनाडु (नीलगिरि पर्वत पर)
गुरु शिखर*1722राजस्थान (अरावली पर्वत पर)
आराम कोंडा1680आंध्र प्रदेश (पूर्वी घाट)
मुल्लयनगिरी1930कर्नाटक
कलसूबाई1646महाराष्ट्र
बैलाडीला रेंज1276छत्तीसगढ़
सोंसगोर1166गोवा (पश्चिमी घाट)
देओमाली1672उड़ीसा
सोमेश्वर किला880बिहार
सापुतारा900गुजरात
गिरनार1069गुजरात
धूपगढ़*1350मध्य प्रदेश (सतपुड़ा)
करोह पीक1467हरियाणा (मोरनी हिल्स)
शिलांग पीक1965मेघालय
फौंगपुई राष्ट्रीय उद्यान2157मिजोरम

 

नोट-उपरोक्त तालिका में चिन्ह(*) से चिन्हित सभी प्रश्न परीक्षा की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण हैं।

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bharat ke parvat । भारत के पर्वत व उनकी विशेषताएँ

भारत के पर्वत  (bharat ke parvat) से सम्बिन्धित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न-

प्रश्न—भारत की सबसे ऊँची पर्वत चोटी का नाम क्या है?

उत्तर—भारत की सबसे ऊँची पर्वत चोटी का नाम के-2 (गॉडविन आस्टिन) है। जो 8611 मीटर ऊँची है। 

प्रश्न—सतपुड़ा पर्वत श्रेणी की सबसे ऊँची चोटी का नाम क्या है?

उत्तर—मध्य प्रधेश में स्थित ,धूपगढ़, सतपुड़ा पर्वत श्रेणी की सबसे ऊँची (1350 मी.) चोटी है। 

प्रश्न—नर्मदा नदी किन-किन पर्वत श्रेणियों के मध्य प्रवाहित होती है?

उत्तर–विंध्याचल व सतपुड़ा पर्वत श्रेणियों के मध्य नर्मदा नदी प्रवाहित होती है। 

प्रश्न—भारत का राष्ट्रपति भवन किस पहाड़ी पर बना हुआ है?

उत्तर—अरावली पर्वत श्रेणी की रायसीना हिल पर भारत का राष्ट्रपति भवन स्थित है। 

प्रश्न—दक्षिण भारत की सबसे ऊंची पर्वत चोटी का नाम क्या है?

उत्तर—केरल राज्य में स्थित अनाईमुडी, दक्षिण भारत की सबसे ऊंची (2695 मीटर) चोटी है।

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