PM Swasthya Suraksha Yojana-प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना एक सेंट्रल सेक्टर योजना है जिसे साल 2003 में शुरू किया गया था। Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana को देश भर में अच्छे और बेहतर शैक्षणिक संस्थान व चिकित्सकीय विकास के लिए शुरू किया गया है। इस योजना के अंतर्गत भारत भर में एम्स जैसे उच्च चिकित्सा एवं शैक्षणिक संस्थान खोले जाएंगे और साथ ही साथ सरकारी चिकित्सा कॉलेज का भी विकास किया जाएगा। इस योजना का घोषणा साल 2003 में किया गया था, जिसे भूतपूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की कैबिनेट ने मार्च 2006 में मंजूरी दी थी।
प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना को जारी रखते हुए भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट ने इसे 12वीं पंचवर्षीय योजना से आगे बढ़कर साल 2019-20 में भी जारी रखा है। इस योजना को मौजूद समय में भी सुचारू रूप से चलाया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत आधुनिक चिकित्सा उपकरणों से युक्त आधुनिक अस्पताल भी बनाए जा रहे हैं, जिससे भारत की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुरक्षा और सुविधा मिल सके। Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana के अंतर्गत देश के सवा सौ करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा।
इस योजना के तहत हर राज्य में उच्च चिकित्सकिय संस्थान और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान विकसित किए जाएंगे। वही इस योजना के तहत अभी तक 22 नए क्षेत्रों में एम्स की स्थापना होने की मंजूरी मिल चुकी है। तो आइये इस लेख के द्वारा हम Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana से संबंधित हर जानकारी एकत्रित करते हैं। इस योजना के बारे में विस्तार से जानने के लिए निचे दिए गए लेख को अंत तक ध्यान पूर्वक पढ़े।
प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना क्या है?
Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana (PMSSY) की घोषणा 2003 में की गई थी। इसका मकसद था देश के विभिन्न हिस्सों में तृतीयक स्वास्थ्य सेवा अस्पतालों की कमी को दूर करना और चिकित्सा शिक्षा में सुधार करना। इस योजना के तहत भारत सरकार केंद्रीय बजट से एम्स जैसे आधुनिक अस्पताल बना रही है।
योजना के तहत सरकार न केवल एम्स जैसे अस्पताल बना रही है, बल्कि राज्य स्तरीय सरकारी अस्पतालों को भी अपग्रेड कर रही है। इन नए एम्स का रखरखाव और संचालन केंद्र सरकार द्वारा किया जाता है। इस योजना का उद्देश्य देश के सभी हिस्सों में समान रूप से स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana के तहत पिछड़े राज्यों में चिकित्सा शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए भी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। योजना को मार्च 2006 में मंजूरी दी गई थी और 2008 में लागू किया गया। हालांकि, शुरुआत में इसे कुछ हिस्सों में ही लागू किया जा सका था, जिससे सभी लोग इसका लाभ नहीं उठा पाए थे।
Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana के तहत सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों का मुफ्त इलाज करवाने का भी प्रावधान किया है। स्वास्थ्य समाज के बिना एक सफल राष्ट्र की कल्पना नहीं की जा सकती। पिछले 10 सालों में सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई योजनाएं लागू की हैं ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।
प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना का लाभ और उद्देश्य
देश में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण कई लोगों को सही इलाज नहीं मिल पाता है। हर साल करीब दस लाख लोग स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण मर जाते हैं और 700 मिलियन लोग विशेष देखभाल से वंचित रह जाते हैं। 80% विशेषज्ञ डॉक्टर शहरी क्षेत्रों में काम करते हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में इनकी कमी है। इसके अलावा, भारत में हर हजार लोगों पर अस्पताल की सुविधाओं की कमी है।
प्राइवेट अस्पतालों में इलाज महंगा होने के कारण बहुत से लोग वहां इलाज नहीं करा पाते। इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट ने पीएम स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (PMSSY) शुरू की। इस योजना का उद्देश्य हर राज्य में एम्स जैसे आधुनिक अस्पताल बनाना और सरकारी अस्पतालों को बेहतर सुविधाओं से अपग्रेड करना है।
सरकार ने मार्च 2006 में पहली बार इस योजना को मंजूरी दी, ताकि देश में सस्ती और विश्वसनीय तृतीयक स्तर की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकें। योजना के पहले चरण में छह एम्स अस्पताल बिहार, मध्य प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड में खोले गए।
Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana के दूसरे चरण में सरकार ने पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में दो नए एम्स जैसे अस्पताल और छह मेडिकल कॉलेजों को अपग्रेड करने की मंजूरी दी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के हर हिस्से में उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
प्रधान मंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के लिए जरूरी डाक्यूमेंट्स।
प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना का लाभ लेने के लिए व्यक्ति के पास कुछ जरूरी दस्तावेज होना अनिवार्य है जिसके बाद ही उन्हें इसका लाभ मिलेगा। Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana अंतर्गत जरूरी दस्तावेज निम्न है:-
- आधार कार्ड।
- वोटर आईडी कार्ड।
- राशन कार्ड।
- ड्राइविंग लाइसेंस।
- अन्य पहचान पत्र।
- आय प्रमाण पत्र।
- बैंक खाते का डिटेल्स।
- आयु प्रमाण पत्र।
- पासपोर्ट साइज फोटो।
- मोबाइल नंबर।
प्रधान मंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के घटक
प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के दो घटक हैं:-
एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) के अनुरूप संस्थानों की स्थापना करना
हर नये स्थापित एम्स में निम्न सुविधाएं शामिल होंगे:
- 750 बिस्तर
- 100 यूजी (एमबीबीएस) सीटें
- 60 बी.एस.सी. (नर्सिंग) सीटें
- 15-20 सुपर स्पेशियलिटी विभाग
- पीजी शिक्षा और अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित
- अत्याधुनिक मॉड्यूलर ओटी और डायग्नोस्टिक सुविधाएं
मौजूदा सरकारी मेडिकल कॉलेजों/संस्थानों का उन्नयन
प्रत्येक उन्नयन परियोजना में निम्न सुविधाएं शामिल होंगे:
- 150 – 250 बिस्तर
- लगभग 15 नई पीजी सीटें
- 8-10 सुपर स्पेशियलिटी विभाग
प्रधान मंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत चरण
Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana के अंतर्गत एक नहीं बल्कि कई चरणों में कार्य किया गया है जिसे हमने नीचे विस्तार से बताया है:-
पहला चरण:-
पीएमएसएसवाई के अंतर्गत पहले चरण में सरकार द्वारा निम्नलिखित चीजों को मंजूरी मिली थी।
- एम्स की तर्ज पर 6 संस्थानों की स्थापना
- 13 मौजूदा सरकारी मेडिकल कॉलेजों का उन्नयन
एम्स की तर्ज पर छह संस्थान निम्नलिखित राज्यों में स्थापित किए जाएंगे:-
- बिहार (पटना)
- छत्तीसगढ़ (रायपुर)
- मध्य प्रदेश (भोपाल)
- उड़ीसा (भुवनेश्वर)
- राजस्थान (जोधपुर)
- उत्तरांचल (ऋषिकेश)
इन राज्यों के अलवा और राज्यों का चयन विभिन्न सामाजिक-आर्थिक मापदंडों जैसे मानव विकास सूचकांक, साक्षरता दर, बीपीएल जनसंख्या, और शिशु मृत्यु दर के आधार पर किया गया है।
इसके अलावा, 10 राज्यों में फैले 13 मौजूदा सरकारी मेडिकल कॉलेजों/संस्थानों को भी अपग्रेड किया जाएगा। इन 13 सरकारी मेडिकल कॉलेजों/संस्थानों के अपग्रेडेशन की अनुमानित लागत 120 करोड़ रुपये है। इस लागत को केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर साझा करेंगी, जिसमें 100 करोड़ रुपये केंद्र सरकार और 20 करोड़ रुपये राज्य सरकारें देंगी।
दूसरा चरण:-
प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत इसके दूसरे चरण में पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में एक-एक एम्स जैसे दो संस्थान स्थापित करने और साथ ही छह सरकारी मेडिकल कॉलेज संस्थाओं को उन्नयन करने की मंजूरी दी है। इन संस्थान स्थापना करने की लगभग लागत 823 करोड़ है जबकि केंद्र सरकार द्वारा मिली सरकारी मेडिकल संस्थानों के उन्नयन के लिए 125 करोड़ का योगदान मिला है।
तीसरा चरण:-
Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana के तीसरे चरण के तहत देश भर में सरकार ने 39 मौजूद सरकारी मेडिकल कॉलेज या संस्थाओं को अपग्रेड करने का मंजूरी दिया है। इस चरण में प्रत्येक संस्थाओं को अपग्रेड करने के लिए 150 करोड़ का लागत अनुमानित किया गया है, संस्थाओं को अपग्रेड करने के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार योगदान करेगा। इसके तहत केंद्र सरकार 120 करोड़ और राज्य सरकार 30 करोड़ का योगदान।
चौथा चरण:-
आपको बता दे कि Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana के चौथे चरण में तेरा और सरकारी मेडिकल कॉलेज संस्थाओं को उद्यान करने के लिए 200 करोड रुपए का लागत की मंजूरी मिल दे दी गई है। इन मेडिकल कॉलेज के उद्यान में आने वाली लागत का योगदान केंद्र सरकार द्वारा और राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा। इसके तहत केंद्र सरकार द्वारा 120 करोड़ जबकि राज्य सरकार द्वारा 80 करोड रुपए का योगदान दिया जाएगा।
पांचवां चरण (ए) और (बी):-
पीएमएसएसवाई के पांचवें चरण में 4 सरकारी मेडिकल कॉलेजों के उन्नयन के लिए मंजूरी दी गई है। वहीँ, अलग अलग चरणों में कुल 75 परियोजनाओं पर विचार किया गया है।
प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना का लाभ कैसे लें?
अगर कोई व्यक्ति प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना का लाभ लेना चाहता है तो उन्हें कुछ स्टेप्स फॉलो करके इस में रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद आपको Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana का लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना का लाभ लेने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को ध्यान पूर्वक पढ़ें।
- अगर आप Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana का लाभ उठाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको सबसे पहले इसके ऑफिशल वेबसाइट पर जाना होगा।
- इसके ऑफिशल वेबसाइट पर जाने के बाद आपको पीएमएसएसवाई का ऑप्शन दिखाई देगा जिस पर क्लिक करना है।
- इसके बाद आपके सामने एक आवेदन फार्म खुलकर आ जाएगा जिसमें आपसे जुड़ी कुछ जानकारी मांगी जाएगी जैसे:- नाम, पता, मोबाइल नंबर, आदि।
- इन सभी चीजों को आपको ध्यानपूर्वक दर्ज करना है और कैप्चा कोड दर्ज करना है।
- इसके बाद आपसे जुड़ी मांगी गई सभी जरूरी दस्तावेजों को भी अपलोड करना होगा।
- सभी प्रक्रिया को पूरा करने के बाद आपको इस आवेदन फार्म को सबमिट कर देना है।
FAQ:
प्रश्न: प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना को मंजूरी कब मिली थी?
उत्तर: प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना को मंजूरी साल 2006 में मिली थी।
प्रश्न: प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना का मुख्य उद्देश्य भारत देश के हर हिस्से में उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाना है।
प्रश्न: प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के पहले चरण में किन–किन राज्यों में एम्स अस्पताल बनाए गए है?
उत्तर: Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana के पहले चरण में बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उड़ीसा, चंडीगढ़ और उत्तराखंड जैसे राज्यों में 6 एम्स अस्पताल बनाए गए हैं।
निष्कर्ष:
हमारे देश में अभी भी गरीबी एक गंभीर समस्या है, लोगों के पास कम पैसे होने के कारण वह अच्छे तरीके से इलाज नहीं करवा पाते हैं और इसी समस्या को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana को शुरू किया गया था। इस योजना के अंतर्गत देश भर में उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा प्रदान किया गया है।
इस योजना के तहत देश में सवा सौ करोड लोगों को लाभ मिलेगा। ऐसे में अगर आप भी प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के बारे में जानना चाहते हैं या इसका लाभ उठाना चाहते हैं तो ऊपर दिए गए लेख को अंत तक पूरा पढ़ें। उम्मीद है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और इससे अच्छी जानकारी भी मिली होगी इसे पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
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